सम्पादकीय
भूतपूर्व स्वतंत्रता सेनानी, पंडित शिव नारायण शर्मा (1890-1976) द्वारा रचित कविताओं का संकलन।
सम्पादकीय
यह पुस्तक मेरे पिता स्वर्गीय पं0 शिवनारायण शर्मा द्वारा रचित है। वे महान शिक्षाविद आर्य समाज संस्था के प्रवर्तक तथा समाज सुधारक थे। शिक्षा के क्षेत्र में कई शिक्षण संस्थाओं के संचालन में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। मुख्यत: लखनऊ में सहाय सिंह गर्ल्स इन्टर कालेज संस्था को वे जीवन पर्यन्त सेवा करते रहे। आजादी की लड़ाई में वे बराबर सक्रिय रहे, परन्तु परिवार की जिम्मेदारियों के कारण वे पूर्ण रूप से अपना सहयोग न दे सके।
‘सादा जीवन उच्च विचार’ आदर्श को मानने वाले सत्यवादी पिता आज हमारे सम्मुख नहीं हैं, परन्तु यह पुस्तक उन्होनें अपने जीवन काल में पं0 नेहरू को समर्पित की थी, और कहा था- आज बालकों में देश सेवा की भावना जाग्रत करने के लिये यह आवश्यक है कि वे अपने पूर्वजों के त्याग को स्मरण कर उनके जीवन से प्रेरणा लें।
मैं अपने स्वर्गीय पिता की इस अन्तिम इच्छा को पूर्ण करना चाहती हूँ। यही मेरी उनके प्रति श्रृद्धांजलि है। इस पुस्तक के प्रकाशन में मेरे कुछ मित्रों तथा भाई बहनों ने सहयोग दिया है। इसके लिये मैं उन्हें धन्यवाद देती हूँ।
भवदीय :
श्रीमती उर्मिला कुमार
भू0 प्रवक्ता, महानगर ब्याइज इण्टर कालेज
लखनऊ।