गणतंत्र दिवस
भूतपूर्व स्वतंत्रता सेनानी, पंडित शिव नारायण शर्मा (1890-1976) द्वारा रचित कविताओं का संकलन।
गणतंत्र दिवस
जय जय जय गणतंत्र, सुदिन मुद मंगलदाता।
पावन परम पवित्र, पर्व परमोद प्रदाता।।
शुभ प्रभात श्रवदात, अलौकिक अनुपम बेला।
ध्वज तिरंग लहरात, मनोरम मन हर मेला।।
जन जन के हिय हर्ष, करें सब स्वागत तेरा।
नव भारत नव वर्ष, नये युग आदर तेरा।।
भारत भावी भव्य, भवन का तू निर्माता।
भारत आई आर्य, जाति का भाग्य विधाता।।
गया विदेशी भाग, देश से शासन काला।
रहा आवरण शेष, उसे भी आज निकाला।।
भाषा भूषा भेष, हुआ था सब कुछ सपना।
अपने घर फिर आज, हुआ अनुशासन अपना।
बापू की यह देन, उन्हीं का यह गौरव है।
मुरझाये जो सुमन, उन्हीं में फिर सौरम है।।
सृष्टि नष्ट कर स्वार्थ, साधना जग को भाया।
कष्ट सहन कर कष्ट, मिटाना हम को आया।।